Mohammad Muizzun will now have apologize to Modi
“पीएम मोदी से माफी मांगें”: मालदीव के विपक्षी नेता ने राष्ट्रपति मुइज्जू से कहा
मालदीव जम्हूरी पार्टी (जेपी) के नेता कासिम इब्राहिम ने मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के लोगों से औपचारिक रूप से माफी मांगने का आग्रह किया है. मालदीव में भारतीय सैनिकों को हटाना राष्ट्रपति चुनाव के दौरान मुइज्जू की पार्टी का मुख्य अभियान मुद्दा था. विशेष रूप से, सोलिह कुछ कनिष्ठ मंत्रियों द्वारा की गई अपमानजनक टिप्पणियों की निंदा करने वाले प्रमुख मालदीव नेताओं में से एक थे, जिसके कारण दोनों देशों के बीच राजनयिक गतिरोध पैदा हो गया. भारत और मालदीव 14 जनवरी को भारतीय सैन्य कर्मियों की वापसी में तेजी लाने पर सहमत हुए. वर्तमान में, डोर्नियर २२८ समुद्री गश्ती विमान और दो एचएएल ध्रुव हेलीकॉप्टरों के साथ लगभग ७० भारतीय सैनिक तैनात हैं। पद संभालने के दूसरे दिन ही राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने आधिकारिक तौर पर भारत सरकार से मालदीव से अपने सैन्य कर्मियों को वापस लेने का अनुरोध किया था।
मालदीव की संसद में दो संसद के बीच मारामारी भी हुइ थी..
भारत विरोधी निवेदन देने से चर्चा में रह रहे मालदीव के सांसद रविवार को हुए विशेष सत्र में शासक पक्ष के एक सांसद विपक्षी सांसद के साथ लड़ पड़े. दोनों के बीच में काफी लड़ाई हो गई .दोनों ने एक दूसरे को मुकके और लातों से खूब मारा था. यह वीडियो सोशल मीडिया में काफी वायरल हुआ था. शासकीय पक्ष के चेंबर में विपक्षी सांसदों को जाते हुए रोकने में यह बात खूब आगे बढ़ गई थी.जो दो सांसद लड़े थे उनमें से एक सांसद ने स्पीकर चेयर के नजदीक जाकर उनके पास बिगुल भी बजाया था।
मालदीव के प्रेसिडेंट पर भारत से माफी मांगने का जोर दिया जा रहा है
भूतपूर्व प्रेसिडेंट सोलिह की पार्टी एमडीपी संसद के अंदर बहुमत दर्शाती है, इस संजोग में मोहम्मद मुइज्जून की कुर्सी जाने का संकट दिखाई दे रहा है. भारत के विरुद्ध गलत आंकलन करने वाले मालदीव के प्रेसिडेंट मोहम्मद मुइज्जून की कुर्सी पर बड़ा संकट दिखाई दे रहा है. मालदीव की सबसे बड़ी विपक्ष पार्टी एमडीपी मोहम्मद मुइज्जून के सामने संसद में अविश्वास का प्रस्ताव रजू कर सकती है. सबसे महत्वपूर्ण बाबत यह है कि, भूतपूर्व प्रेसिडेंट सोलिह की पार्टी एमडीपी संसद के अंदर भारी मात्रा में बहुमत दर्शाती है. इस संजोग में तो मोहम्मद मुइज्जून की कुर्सी पर सचमुच में बहुत बड़ा संकट है, दूसरी और मालदीव के बिजनेस टायकून और झुमहरे पार्टी के नेता कासिम इब्राहिम ने बताया कि चीन के प्रवास के बाद वापस आते ही मोहम्मद मुइज्जून ने भारत के सामने परोक्ष रूप से शाब्दिक हमले किए थे, इसी वजह से अनिवार्य रूप से उन्हें नई दिल्ली की यानी कि नरेंद्र मोदी जी की माफी मांगनी पड़ेगी. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एमडीपी ने अपने सदस्यों के पास से साइन ले ली है किंतु अभी तक अविश्वास प्रस्ताव संसद में रजु नहीं किया है।
विपक्ष पार्टी के नेता कासिम ने लगाया आरोप चीन के इशारे पर नाच रहा है मोहम्मद मुइज्जून:-
विपक्ष पार्टी के नेता कासिम ने मोहम्मद मुइज्जून पर आरोप लगाते हुए कहा कि, मोहम्मद मुइज्जून भारत से निर्भरता घटाना चाहते हैं, किंतु भारत मेडिसिन के मामले में बहुत ही अग्रेसर है और यूरोप भी कहीं सारी दवाइयां भारत से आयात करता है. दूसरी और मोहम्मद मुइज्जून चीन के इशारे पर काम कर रहे हैं, और उन्होंने तो भारत के सैनिकों को मालदीव से चले जाने का आदेश भी दे दिया है. और मोहम्मद मुइज्जून ने भारत के साथ हाइड्रोग्राफी समझौता करार को समाप्त करके चीन के साथ हाथ मिला लिया है .चीन का जासूसी जहाज मालदीव पहुंचने ही वाला है, जिसका विरोध भारत कर रहा है।
पिछले साल की शुरुआत में मालदीव के तत्कालीन राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह ने एक डिक्री पर हस्ताक्षर किए थे. जिसमें कहा गया था कि विपक्ष का “इंडिया आउट’ अभियान” राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा” है। यह सुरक्षा एजेंसियों को अभियान बैनर हटाने की अनुमति देता है और विपक्षी दलों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए संवैधानिक कवर प्रदान करता है। प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव (पीपीएम) के पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन के नेतृत्व में विपक्ष पिछले साल से “इंडिया आउट” अभियान का नेतृत्व कर रहा था, जिसमें इस अप्रमाणित दावे का प्रचार किया गया था कि हिंद महासागर द्वीप राष्ट्र में तैनात भारतीय सैन्य अधिकारी उल्लंघन कर रहे हैं।
विपक्ष पार्टी के नेता कासिम ने कहा की किसी भी देश के संबंध में, विशेष रूप से पड़ोसी देश के बारे में हमें इस तरह से बात नहीं करनी चाहिए जो रिश्ते को खराब करती है। हमारे राज्य के प्रति हमारा दायित्व है, जिस पर विचार किया जाना चाहिए। राष्ट्रपति सोलिह ने इस दायित्व पर विचार किया, और “भारत” पर प्रतिबंध लगाने वाला एक राष्ट्रपति आदेश जारी किया। अब, यामीन (पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन) सवाल कर रहे हैं कि “इंडिया आउट” अभियान में उनके साथ भाग लेने वाले मोहम्मद मुइज्जून ने राष्ट्रपति के फैसले को रद्द क्यों नहीं किया।
विपक्ष पार्टी के नेता कासिम ने कहा की करार को रद्द नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि इससे केवल राष्ट्र को ही नुकसान होगा। मैं मोहम्मद मुइज्जून से कहूंगा कि ऐसा नहीं किया जाना चाहिए, साथ ही मैं राष्ट्रपति मुइज्जून से चीन यात्रा के बाद उनकी टिप्पणियों के संबंध में भारत सरकार और प्रधान मंत्री मोदीजी से औपचारिक रूप से माफी मांगने के लिए कहता हूं.
भारतीय सैन्य कर्मियों की वापसी के आह्वान के अलावा मालदीव के एक उप मंत्री के साथ-साथ अन्य कैबिनेट सदस्यों और सरकारी अधिकारियों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी की हालिया लक्षद्वीप यात्रा और भारत के विकास के आह्वान का अपमानजनक और अरुचिकर संदर्भ देने के बाद एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया.हालाँकि, मालदीव सरकार ने इस टिप्पणी से खुद को अलग कर लिया है।